कर्नाटक चुनाव आने ही वाले हैं, पार्टियां जोर शोर से चुनाव प्रचार करने में लगी हैं, कोई धर्म बांटने में लगा है तो कोई विकास बाँटने में लगा है. कोई जर्मनी के सोलर प्लांट पार्क को कर्नाटक का बताने में लगा है तो कोई नई योजनाओं से उज्जवल भविष्य की बात कर रहा है. तो वहीँ इस बीच कर्नाटक के चुनाव से पहले आज महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आये हैं जिसने शिवसेना को भी हैरान कर दिया है.
कर्नाटक से पहले महाराष्ट्र चुनाव के आये चौंकाने वाले नतीजे
अभी मिल रही बड़ी खबर के मुताबिक कर्नाटक चुनाव से पहले महाराष्ट्र से बीजेपी के लिए अच्छी खबर आई है. राज्य में हुए नगर पंचायत चुनावों में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है. भाजपा राज्य की जामनेर, देवरुख, अजरा समेत 6 नगर निकाय की सीटों पर जीती है.
गुरुवार को आए चुनाव नतीजों में बीजेपी ने जामनेर की सभी 25 नगर परिषद की सीटों पर कब्जा जमाया है. महाराष्ट्र के खानदेश और पश्चिम महाराष्ट्र में बीजेपी का केसरिया रंग छा गया. देवरुख में बीजेपी कें झंडा लहराया. देवरुख नगरपंचायत शिवसेना सें बीजेपी ने छीन लाई. वही गुहागर नगरपालिका में एनसीपी को बडा झटका लगा है.
शिवसेना एनसीपी कांग्रेस को लगा ज़ोरदार झटका
हीं, जामनेर नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा नेता व जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी सदान महाजन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 8400 मतों से पराजित किया। सदान महाजन के खिलाफ एनसीपी ने अंजली पवार को मैदान में उतारा था। इस चुनाव में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक भी नगर परिषद अध्यक्ष का चुनाव नहीं जीत पाई.
शिवसेना की बड़ी हार से ऐसा लगता है अब महाराष्ट्र में ही लोगों का शिवसेना पर से भरोसा उठता जा रहा है. शिवसेना आये इन बीजेपी और पीएम मोदी पर शब्दों से प्रहार कर रही है तो कभी सामना में लिख रही है. अभी हाल ही में ममता बनर्जी से भी शिवसेना के उद्धव ठाकरे ने मुलकात की थी.
इस जीत पर गिरीश महाजन ने कहा कि ‘जामनेर की जनता ने विकास के लिए भाजपा को वोट दिया. उन्होंने साबित कर दिया गया कि एनसीपी और कांग्रेस का जातिवाद का प्रोपेगेंडा अब नहीं चलने वाला। लेकिन हम आगे भी जनता के लिए ऐसे ही काम करते रहेंगे।’
राहुल गाँधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद लगातार हार का सिलसिला थमन एक नाम नहीं ले रहा है. इस चुनाव के नतीजे कर्नाटक चुनाव के नतीजों को भी प्रभावित करेंगे. क्यूंकि कर्नाटक में कांग्रेस के एक एक करके झूठ की पोल खुलती जा रही है, आधी अधूरी योजनाओ का उद्घाटन किया जा रहा है. राज्य का अलग झंडे की मांग कर दी गयी है साथ ही लिंगायत धर्म को हिन्दू धर्म से अलग करने की बेहूदा साज़िश रची गयी है, जिसके बाद कांग्रेस ने अपने पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मार ली है.
from Trending India https://ift.tt/2vcFyVv
via IFTTT
No comments:
Post a Comment